भारत ने पुनः किया दुनियां का नेतृत्व

20 January 2021 0 Comment

पीएम मोदी ने 16 जनवरी 2021, को विश्व का सबसे बडा राष्ट्रव्यापी कोरोनोवायरस टीकाकरण अभियान रोलआउट किया। अभियान शुरू करने के समय टीके के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। नेतृत्व कुशलता के साथ साथ यह भावना कि देश ने कोरोना के चलते बहुत कुछ खोया, इस आहूति को याद करते हुए उन्होंने राष्ट्र के कोरोना योद्धाओं, वैज्ञानिक, डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मी, पुलिस कर्मी जो औरों को कोरोना से बचाव करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर गए को गौरवयुक्त श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि पूर्ण सावधानी युक्त योजना से ही दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम संभव हो पायेगा, यह विश्व के लिए उनका सन्देश है। भारत अपने यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम के अनुभवों और चुनावों के दौरान बूथ रणनीति की तर्ज पर यह अभियान चलाएगा। गौरतलब है कि अभ्यास की परिचालन लागत के लिए भी केंद्र ने राज्यों को 480 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। देश के पूरे क्षेत्रफल को कवर करते हुए, ड्राइव का उद्देश्य पहले अपने लाखों हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन कोरोना व़ॉरियर्स का टीकाकरण करना है और इसके पहले चरण के अंत तक अनुमानित 3 करोड़ लोगों तक यह पहुंचना है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के साथ भीड़ से बचने के लिए स्लॉट में लोगों को टीकाकरण किया जा रहा है। उत्साह को प्रदर्शित करने की भारतीय परम्परा है उत्सव। यह टीकाकरण अभियान भी हमारे लिए उत्सव की तरह है। इसे व्यक्त करने के लिए एम्स दिल्ली, लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल, वाराणसी में BHU, अमृतसर के सिविल अस्पताल, तेलंगाना हैदराबाद के एरिया हॉस्पिटल, पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS), कर्नाटक के बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट को भी सजाया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, टीकाकरण अभियान के अगले चरणों में, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और जिनकी आयु 50 वर्ष से कम है, लेकिन स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति है या सह-रुग्णता है उनका टीकाकरण किया जाएगा। डीसीजीआई ने वर्तमान में दो टीकों को मंजूरी दे दी है- पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविशिल्ड वैक्सीन विकसित किया है, जबकि कोवैक्सिन को भारतीय चिकित्सा परिषद (आईसीएमआर) एवं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से हैदराबाद के भारत बायोटेक द्वारा विकसित किया गया है। ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म Co-WIN (Covid Vaccine Intelligence Work) के उपयोग से वैक्सीन के स्टॉक, भंडारण तापमान और व्यक्तिगत ट्रैकिंग की real time जानकारी रखी जा रही है। इसके साथ ही 24x7 कॉल सेंटर - 1075 सहायता के लिए उपलब्ध है। कोविड -19 की कुल 1.65 करोड़ खुराक की पूरी प्रारंभिक खरीद राशि और हेल्थ केयर वर्कर्स डेटाबेस के अनुपात में सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को आवंटित की गयी है। इस टीके की दो खुराक भी प्रोटोकॉल के अनुसार सभी लोग लेंगे, परन्तु यह याद रहे कि 30 जनवरी 2020 से लेकर आज तक 1.52 लाख के करीब लोग मारे गए हैं। मित्रों, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करें कुर्बानी, और अब भी कोई गलती नहीं करे; सुरक्षा प्रोटोकॉल, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना शामिल है, को यथावत रखें। ईश्वर कृपा एवं हमारी सद्बुद्धि बनी रहे तभी निर्विघ्न रहकर, योजना के मुताबिक़ जुलाई अंत तक 30 करोड़ लोगों को इस महामारी से लडने के लिए टीकाकरण को माध्यम से तैयार किया जा सकेगा।

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